Sunday, December 11, 2016

ज़िन्दगानी , बुलबुला और हम


ज़िन्दगानी , बुलबुला और हम
                         ... by Kapil Jain
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लाखों लहरों पे झूमती ज़िन्दगानी ,
मस्त हिचकोलो पे थिरकती ज़िन्दगानी ,

हर लहर जैसे कह रही हो ,
’ऐ ज़िंदगी’ तू तो है  फ़ानी ,

हर इक बुलबुले से नयी कहानी ,
गोल मटोल सतरँगी चमकदार ,
मुस्कुराता इठलाता इतराता बलखाता

अल्हड़ हिचकोलों को ही झूला बनाता ,
जादूई छड़ी से नित नऐ बुलबुले सजाता

जिंदगी की बुनियाद , एक बुलबुला ,
वजूद की बुनियाद , एक बुलबुला

किससे डरे हम ?
क्यूँ डरे हम ?
किसी भी पल क्या होगा ?
पैरो तले क्षणभंगुर बुलबुला ?
क्या बुलबुला फूट जायेगा ?

अगले पल मे , इस पल से ज़्यादा ख़ुशी है क्या ?
अगले पल की बेवज़ह चिंता मे क्यूँ घुले हम ?
जब तक जीये , हर लम्हें का मज़ा क्यूँ न ले हम ?

सफ़र का लुत्फ़ , मंज़िल तक रवानी ,
अगले पल का सफ़र ही है ज़िन्दगानी

मुड़कर देखा , तो साहिल पर खड़ी मेरी ’कामिनी’
मेरे इंतज़ार मे , यही तो है मेरी फकत ज़िन्दगानी

लाखों लहरों पे झूमती ज़िन्दगानी ,
मस्त हिचकोलो पे थिरकती ज़िन्दगानी .....

                                             ....  कपिल जैन

फ़ानी : mortal , perishable
रवानी : fluency of life
कामिनी : beautiful girl
फकत : only one
ज़िन्दगानी : life
बुलबुला : bubble ;  vibrancy of life

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©®℗
Kapil Jain,
Kapilrishabh@gmail.com
December 10, 2016
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"Boy Blowing Soap Bubbles,
Allegory on the Transitoriness & the Brevity of Life",  1663

Painting by Karel Dujardin, 
Dutch,  1626 - 1678

Allegory : A story, poem, or picture which can be interpreted to reveal a hidden meaning.

Transitory : lasting only a short time ;  brief ; short-lived ; temporary.

Brevity : Shortness of time.

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